कट रही है ज़िन्दगी

मुक़द्दर गुमशुदा

और

बशर ग़मज़दा

इत्तेफ़ाक़ भी नही होते

आजकल

पूरे ईमान से

कट रही है ज़िन्दगी

इत्मीनान से!

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